आज के बाजार खाने से कई बीमारियां हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। बीमारी कम होने पर हम अनदेखा कर देते हैं। लेकिन जब यह बहुत ज्यादा हो जाता है । इसके बाद हमें अस्पताल के अलावा कोई और समाधान नहीं दिखता। और हम ना चाहते होते भी अस्पताल जाना पड़ता है। स्वस्थ जीवन व्यतीत करने के लिए भोजन मे बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। अन्यथा बड़ी समस्या आ जाती है। और कई बार शरीर में कोई भी नसे ब्लॉक हो जाती है। इस ब्लॉक नस से निजात पाने के लिए लोगों को बाईपास सर्जरी या एंजियोप्लास्टी करानी पड़ती है।

पहले के समय में इस तरह की सर्जरी 80 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति को ही की जाती थी, लेकिन अब कम उम्र में भी एंजियोप्लास्टी कई बार करनी पड़ती है। हम जानते हैं कि हमारे शरीर में खून नसों के जरिए हर अंग तक पहुंचता है। कई बार नस ब्लॉक हो जाने कि समस्या होने पर यह समस्या बढ़ जाती है। ज्यादातर समय अगर किसी व्यक्ति को नस ब्लॉक हो जाती है तो हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। या दिल फेल या दिल का दोहरा पड़ सकता है।

इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि महंगा इलाज कराने के बाद भी आप इस समस्या से निजात पा सकेंगे। और इससे दूसरे अंगों को भी नुकसान हो सकता है। तो चलिए आज कुछ घरेलू उपाय जानते हैं। जिससे 15 से 30 दिन में ब्लॉकेज नस को खोला जा सकता है। ब्लॉकेज नस को खोलने के लिए अलसी, अखरोट और चीनी, मेवा, तेजपत्ता, काली मिर्च और दालचीनी लेकर इसका पेस्ट बना लें और रोज सुबह छह ग्राम गुनगुने पानी के साथ सेवन करें।

दिल का मरीज अगर पूरी जिंदगी ले लेता है तो उसे कभी दौरा नहीं पड़ेगा। इस चूर्ण का सेवन प्रतिदिन करना चाहिए। इस चूर्ण का सेवन गुनगुने पानी के साथ ही करना चाहिए। साथ ही अर्जुन चूर्ण को सुबह-शाम पानी के साथ लेने से भी बाइपास सर्जरी को रोका जा सकता है। अदरक को भी काफी फायदेमंद माना जाता है। अदरक के सेवन से ब्लॉकेज नस खुल सकता है।

जिन लोगों की नस ब्लॉक हो जाती है उन्हें मसालेदार या तला हुआ खाना खाने से बचना चाहिए। क्योंकि अगर बात ज्यादा देर तक तीखा तला और बाहर मसालेदार खाने की हो तो इसके आसानी से ब्लॉक होने की संभावना नहीं है। इसके अलावा अलसी भी बहुत फायदेमंद होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अलसी में बहुत सारा अल्फा लिमोलेनिक एसिड होता है। बंद नसों को खोलने के अलावा, यदि ट्यूब में कोलेस्ट्रॉल जमा हो गया है, तो यह उसे बाहर निकालने का भी काम करता है। जिससे ब्लॉकेज डक्ट ज्यादा आसानी से खुल जाता है।