आजकल सभी बच्चे के ऑनलाइन गेम खेलना शुरू कर दिया है। आज हम एक एसी भयानक घटना के बारे मे बताने जा रहे है। ऑनलाइन गेम की लत से एसी घटना होती है की बच्चे अपना जीव खो बेठते है। तो चलो जानते है एक बच्चे के एसी ही कहानी के बारे मे।

ऑनलाइन गेम में पैसे खर्च करने पर मां ने इकलौते १३ साल के बेटे को फटकार लगाई। इसके बाद बेटे ने खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहेले बच्चे ने एक आत्मघाती नोट लिखा ता। जो मृत्यु के बाद बरामद हुआ। सगीर ने आत्महत्या नोट में जिक्र किया कि फ्री फायर खेलते हुए उसे ४०,००० रुपये का नुकसान हुआ। यह भी लिखा है-मैं माफी चाहता हूं मां, तूम रोना नहीं।

विवेक पांडेय अपनी पत्नी प्रीति पांडेय, बेटे कृष्णा और बेटी के साथ छतरपुर के सागर रोड पर रहते हैं। विवेक पैथोलॉजी संचालक है जबकि प्रीति जिला अस्पताल में काम करती है। कृष्णा छठी कक्षा की छात्रा था। पिता शुक्रवार को दोपहर ३ बजे पैथोलॉजी लैब में थे। पूरा परिवार तीन महीने पहले ही इस नए मकान में रहने आया था। कृष्णा ऑनलाइन पढ़ाई करते हुए इस फ्री फायर गेम के आदी हो गए थी।

इस आदत के कारण धीरे-धीरे ४०,००० रुपये कृष्णा के माता-पिता के खाते से कट गए। मां ने आत्महत्या से दो दिन पहले अपने बेटे को बताया था कि वह अपने मोबाइल पर गेम खेलता है और उससे पैसे कट रहा है। जिस पर कृष्णा ने कहा कि वह दोबारा नहीं खेलेंगे, लेकिन घटना वाले दिन उन्होंने अपने पिता का खाता जोड़ कर फ्री फायर गेम खेला और कृष्णा के पिता के खाते से ९०० रुपये कट लिए गए।

पिता ने कृष्णा की मां को बताया था कि कृष्णा दोबारा गेम खेलता है और पैसे फिर से कट गए। मां ने कृष्णा को फोन पर डांटा। निराश होकर कृष्णा कमरे में चल गया और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। घर में मौजूद बड़ी बहन ने कुछ समय बाद दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। बेटी ने इस बारे में अपने पिता को बताया। माता-पिता तुरंत घर पहुंचे। जब उसने दरवाजा खोला तो देखा कि कृष्ण अंदर लटक रहा है।

कृष्णा पांडे पिछले कुछ दिनों से ऑनलाइन गेम फ्री फायर का शिकार था। इससे पहले भी वह कई बार पैसे गंवा चुका था। उसकी मौत के बाद कृष्णा के पास से एक आत्मघाती नोट बरामद हुआ था। आत्महत्या नोट अंग्रेजी में लिखा है। जिसमें पता चला है कि फ्री फायर गेम के मामले में करीब ४०,००० रुपये का नुकसान हुआ है। बच्चे ने आत्महत्या नोट में माता-पिता से माफी मांगी और मम्मी, तुम रोना नहीं एसा बोल।

पुलिस ने छतरपुर के १३ वर्षीय कृष्णा पांडेय पर आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में फ्री फायर ऑपरेटर के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिस मामले में नाबालिग को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में धारा ३०५ के तहत मामला दर्ज किया गया था। मिली जानकारी के मुताबिक ये सभी लोग गेम खेलते हुए आपस में बात कर सकते हैं। फ्री फायर गेम खेल रहे लोग इस बच्चे को उस पर पैसे डालने के लिए मजबूर करते थे ।

यह गेम मोबाइल पर सबसे ज्यादा खेला जाता है। जिसमें एक ही समय में ५० लोग खेल सकते हैं। इसमे एक एआई और एक पैराशूट के साथ एक द्वीप पर आता है दूसरे को मारने के लिए । इसे पबजी का लाइट वर्जन माना जाता है। मध्य प्रदेश के छतरपुर में रहने वाले एक १३ साल के लड़के ने खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कृष्णा गेम खेल रही था। हालांकि उसकी मां ने उसे ऐसा गेम न खेलने के लिए कहा था। उसने खुद को फांसी देने से पहले एक नोट भी लिखा था, जिसके आधार पर पुलिस जांच कर रही है।