आज हम आपको एक एसी हिचमीचने वाली बात बताने जा रहे है। हमारे देश मे दिन ब दिन रेप का किस्सा बढ़ता ही जा रहा है। यह होने का मुख्य कारण पॉर्न फिल्म देखना है। इस विज्ञान और टेकनोलोजी के युग मे हर इंसान के पास मोबाइल और इंटरनेट होता है। कई लोग इसका सही से इस्तेमाल करते थे और कई इसका दुरुपयोग करते है। पॉर्न फिल्म एक एसी लत है जो एकबार लग जाए तो कभी भी छूटती ही नहीं है। इसे बार बार देखने का मन करताहै।

पॉर्न वीडियो देखने वेले लोगो के दिमाग मे हर वक्त बस सेक्स की ही बात ही दिमाग मे चलती है। कई बार अकेली लड़की को देखकर उसका फाइदा उठता है और उसका यौन शोषण करता है। पॉर्न फिल्म देखने के लिए एक कायदा है जिसकी उम्र 18 साल से अधिक होती है वही पॉर्न फिल्म देख सकता है। एसा कानून कई देश मे है। इंटरनेट की वजह से छोटे बच्चे भी पॉर्न वीडियो देखने लगे है।

छोटेबच्चे पॉर्न वीडियो देखना उसके दिमाग पे बहुत ही बुरा असर पड़ता है। आज हम आपको इसका उदाहरण बताने जा रहे है। नांगाव जिले मे कलियबोर पुलिसठाणे बालिबट के पास एक एसी ही घटना हुए है। इसको सुनके सारे लोग के होश उद गए है। तीन नाबालिक लड़को ने मिलकर 6 साल की एक छोटी सी बच्ची के साथ बलात्कार किया। इस बच्चे की उम्र भी 8 से 12 साल के बीच मे थी।

मंगलवार रात को एक स्टोन कटिंग फेक्टरी के बाथरूम मे इस छोटी सी बच्ची का मृतदेह मिला है। नंगाव जिले के एसपी ने बताया की इस केस को थोड़े ही घंटो मे सुलजा देंगे। बाद मे पता चला के इस तीन लड़के को पॉर्न वीडियो देखने की लत लग गयी थी। और उसका शिकार एक नन्ही सी बची हुई।

जानकारी के मुताबित लड़की ने मना करने पर इन तीनों लड़को ने मिलकर बच्ची को पत्थर से मारकर उसकी हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद पुलिस ने तीनों बच्चो की अपनी हिरासत मे ले लिया है। उसमे से एक बच्चा अपने पिता के फोन मे पॉर्न वीडियो देखता है वो फोन भी हिरासत मे ले लिया गया है।