पितृ का आशीर्वाद से जीवन सुख-समृद्धि के साथ व्यतीत होता है और जीवन में आ रही परेशानियों का भी नाश होता है। लेकिन पितृ दोष पैदा करने वाले व्यक्ति के जीवन के सारे काम बिगड़ने लगते हैं। ऐसी स्थिति में श्राद्ध पक्ष में कुछ उपाय करने से जीवन की समस्याओं का अंत हो सकता है। आज हम आपको श्राद्ध के पक्ष में उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बताने जा रहे हैं।

श्राद्ध के दिन लोग घर में भोजन कराते हैं और पितृ के नाम पर ब्राह्मणों को भोजन कराते हैं। माना जाता है कि इससे पितृ की आत्मा को शांति मिलती है। साथ ही पूर्वजों का आशीर्वाद भी परिवार पर बना रहता है। लेकिन इस बीच पंचबली भोग भी अवश्य लेना चाहिए। पंचबली भोग का अर्थ है गाय, कौवे, कुत्ते, देवताओं और चींटियों को खिलाना।

वास्तु के अनुसार पितृ का फ़ोटो हमेशा घर के दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। साथ ही किसी शुभ स्थान पर जाने और घर लौटने के बाद हमेशा अपने पूर्वजों का आशीर्वाद लेना चाहिए। इससे काम जल्दी पूरा हो जाता है। घर के मंदिर में पूर्वजों की तस्वीर लगाना भी अशुभ माना जाता है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। पूजा स्थल पर उनकी फोटो लगाने से बचें।

श्राद्ध के दौरान ब्राह्मणों या जरूरतमंदों को पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए भोजन कराएं। साथ ही अपनी क्षमता के अनुसार उन्हें वस्त्र, दक्षिणा व अन्य आवश्यकताएं का दान करें। इस बीच, सुनिश्चित करें कि सभी भोजन और चीजें आपके पूर्वजों की पसंद की हैं। इसके साथ ही आपने अपने हाथों से खाना तैयार किया है।

श्राद्ध के दिन कुत्तों, गायों, कौवे, पक्षियों, चींटियों को रोटी खिलाना शुभ होता है। माना जाता है कि इससे पिता प्रसन्न होते हैं। साथ ही आशीर्वाद देते हैं।