कोई भी माँ अपने जीवन में अपने बच्चे से ज्यादा किसी को प्यार नहीं करती है। वह खुद भूखी रहती है, लेकिन बच्चे का पेट जरूर भरती है। लेकिन कलियुग के बच्चों में अपने माता-पिता के लिए इतना प्यार और स्नेह नहीं है। केरल के मल्लापुरम में एक स्कूल टीचर को उसके दामाद ने घर से निकाल दिया था। जिस वजह महिला रेलवे स्टेशन पर भीख मांगकर अपना जीवन यापन करने लगी थी। एक दिन जब उसके कुछ एक्स छात्रों ने महिला को पहचान लिया, तो पूरा मामला चर्चा में आया।

महिला की पहचान विद्या एमआर के रूप में हुई थी। वह केरल के मल्लापुरम में स्कूल टीचर थीं। वह विद्या स्कूल में छात्रों को गणित पढ़ा रही थी। शिक्षा को स्कूल के चतुर शिक्षकों में गिना जाता था। लेकिन सालों बाद, जब उनके छात्रों ने अपने पसंदीदा शिक्षक को भीख मांगते देखा, तो वे चकित रह गए।

भीख मांगने वाली महिला को स्टेशन पर कुछ युवाओं द्वारा देखा गया था। महिला परिचित लग रही थी। उनको देखकर पहले याद नहीं आई, लेकिन थोड़ी देर बाद उन्होंने अपने गणित शिक्षक को पहचान लिया।

विद्या ने अपनी दुर्दशा के बारे में कहा कि उसकी हालत के लिए उसका दामाद जिम्मेदार है।उन्होंने पहली बार अच्छी अच्छी बात करके विद्या से अपने सेवानिवृत्ति के पैसे छीन लिए। इसके बाद बेटे ने भी अपनी पेंशन वापस लेनी शुरू कर दी। जब उसे कोई फायदा नहीं हुआ, तो उसे उठाया गया और स्टेशन पर उतार दिया गया और फिर कभी नहीं लौटा।

कुछ देर स्टेशन पर रोने के बाद, विद्या वहाँ भीख माँगने लगी।अपने परिवार से मिले विश्वासघात ने उनकी सभी आशाओं को पूरा किया। लेकिन स्टेशन पर मिलने वाले छात्रों को उनके साथ शिक्षा मिली। उसने विद्या को रहने के लिए एक घर दिया और अब वह उसकी देखभाल कर रही है। जहां लोग इन छात्रों की तारीफ कर रहे हैं, वहीं कलियुगी बेटे और बहू पर थूक रहे हैं।